*भोपाल:-* किसान बंदूक लेकर दिन रात रखवाली कर रहे हैं. आलम यह है कि पलक झपकते ही लहसुन चोरी के मामले सामने आ रहे हैं. उज्जैन के समीप स्थित ग्राम मंगरोला में रहने वाले किसान जीवन सिंह ने बताया कि उनके खेत सड़क किनारे है और उन्होंने इस बार लहसुन की फसल बोई थी. अब लहसुन खेत से निकल रही है. ऐसे में वे दिन-रात चौकीदारी कर रहे हैं.लहसुन के भाव आसमान पर है. ऐसी स्थिति में लहसुन चोरी होने का डर किसानों को सता रहा है. वर्तमान में गीली लहसुन 20000 रुपये क्विंटल तक बिक रही है, जबकि सूखे लहसुन के भाव 40000 रुपये क्विंटल तक पहुंच गई है.यह पहला मौका है जब लहसुन के भाव इतने अधिक मिल रहे हैं. गांव के किसान भारत सिंह के मुताबिक उज्जैन जिले में सभी गांव का यही हाल है. इसके अलावा उज्जैन से लगे आसपास के जिलों में भी ऐसी ही स्थिति बन रही है. किसानों को लहसुन की पहरेदारी करना पड़ रही है. किसानों ने गांव में सीसीटीवी कैमरे तक लगवा लिए हैं.उज्जैन जिले के खाचरोद में लहसुन चोरी का मामला भी थाने में दर्ज हो चुका है. किसान राधेश्याम के मुताबिक लहसुन के भाव बढ़ने का सबसे बड़ा कारण लहसुन के बीज के दाम अधिक होता रहा है. इस बार लहसुन के बीज 15000 से ₹20000 क्विंटल तक बिका है. एक बीघा में दो क्विंटल बीज कबोवनी होती है, इसलिए किसानों ने इतने महंगे बीज को नहीं खरीदा.बीज के दाम अधिक होने की वजह से इस बार लहसुन की फसल भी कम हुई है. किसान भारत सिंह के मुताबिक एक बीघा में 30 से 40000 रुपये के बीज डालने के बाद किसानों को कम से कम 15 बार खेतों में पानी देना होता है.इसके अलावा लहसुन की फसल में निदाई, कटाई और अन्य देखरेख का काम भी काफी महंगा होता है. इस प्रकार से एक बीघा लहसुन का खर्च लगभग इस साल ₹50000 तक आया है. हालांकि लहसुन के भाव ने किसानों को मालामाल कर दिया है।