कवर्धा। जिले के दामापुर चौकी में युवक के शव को रखकर परिजन और सैकड़ों ग्रामीण प्रदर्शन किया। परिजन लड़के के ससुर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने केस साथ पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग कर रहे हैं। परिजन के साथ ग्रामीणों को एसडीओपी समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
बता दें कि मामला कबीरधाम जिले के टाटाक़सा गांव का है। ग्रामीणों के बताए अनुसार गांव में रहने वाले कुवंर सिंह का गांव की ही युवती से प्रेम प्रसंग था।
युवती गत 11 अगस्त को कुंवर सिंह के पास लखनऊ चली गई थी, जहां दोनों ने शादी कर ली। लड़की के लापता होने पर उसके पिता ने 14 अगस्त को दामापुर चौकी में लापता होने की रिपोर्ट चौकी में दर्ज कराया थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीर में लेते हुए तत्काल पतासाजी की। मोबाइल ट्रेस करने के बाद पता चला कि दोनों एक साथ लखनऊ में है, जिन्हें लाने के लिए पुलिस टीम के साथ लड़की के पिता लखनऊ रवाना हुआ। युवती के पिता और पुलिस ने युवती और उसके प्रेमी से मुलाकात के बाद समझाइश देते हुए वापस लेकर गांव के लिए रवाना हुए। ट्रेन से वापसी के दौरान युवक लापता हो गया। वहीं दूसरी ओर चित्रकोट जिला मरकंडी थाना क्षेत्र में अज्ञात शव मिली है, जिसकी शिनाख्त कुंवर सिंह के रूप में की गई। युवक के परिजनों का आरोप है कि लड़की के पिता ने कुंवर सिंह को ट्रेन से धक्का देकर हत्या की है, जिसकी पुलिस जांच होनी चाहिए। इसके साथ 50 लाख रुपए का मुआवजा और लड़की के पिता ऊपर हत्या का मामला दर्ज किए जाने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। परिजनों के समर्थन में भाजपा नेता भी दामापुर चौकी पहुंचकर न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं, इसके साथ पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। परिजन घटना के लिए पुलिस-प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि 50 लाख रुपए नगद मुआवजा के साथ दोषियों पर कार्रवाई नहीं किया जाएगा, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
पंडरिया एडीओपी पंकज पटेल ने बताया कि लड़का और लड़की दोनों बालिग थे, जो अपने स्वेच्छा से गांव वापस आ रहे थे। पुलिस ने लड़के के सामने लड़की से बयान लिया था, जिसमें लड़की ने लड़के से शादी करना और प्रेम संबंध होना बताया था। लड़की का कहना था कि अपने परिवार वाले के साथ मिलकर वापस अपने पति के साथ रहूंगी। मृत लड़का किसी भी आपराधिक कार्य में संलिप्त नहीं था, जिसके कारण से उसको पुलिस अपने कस्टडी में नहीं, बल्कि खुला ला रही थी।