नई दिल्ली : देश के अधिकतर राज्य इन दिनों भीषण गर्मी-लू की चपेट में हैं। बढ़ते तापमान को स्वास्थ्य विशेषज्ञ सेहत के लिए काफी हानिकारक मानते हैं। गर्मी-लू के कारण ब्लड प्रेशर लो होने के साथ, हृदय गति में परिवर्तन, बेहोशी-चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्मी और तेज धूप की चपेट में आने के कारण आपने भी कई लोगों में बेहोशी और चक्कर आने जैसे मामलों के बारे में जरूर सुना और देखा होगा। अक्सर ऐसे लोगों को समय पर सही उपचार नहीं मिल पाता है जिसके कारण सेहत के और खराब होने का खतरा हो सकता है।
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इन्हीं बातों को ध्यान रखते हुए हीटवेव से निपटने के लिए जरूरी दिशानिर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा यदि आपको या किसी को धूप लगने के कारण चक्कर आ रहा है तो उन्हें कुछ प्राथमिक चिकित्सा दी जानी चाहिए, जिससे लक्षणों को बिगड़ने से बचाया जा सके। हालांकि बेहोशी की स्थिति में कुछ चीजें करने से सेहत को नुकसान भी हो सकता है। आइए इस बारे में जानते हैं।
गर्मी के कारण बेहोशी-चक्कर आने पर क्या करें?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक्स पर किए एक पोस्ट में बताया गर्मी के कारण बेहोशी-चक्कर आने जैसी दिक्कत महसूस हो रही है तो सबसे पहले शरीर को निर्जलीकरण की समस्या से बचाने के लिए पानी पिलाएं। संभव हो तो कपड़े उतार दें और तुरंत ठंडे स्थान पर जाएं। बेहोशी-चक्कर आने के अधिकतर मामले शरीर के डिहाइड्रेट होने और शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाने के कारण होते हैं। ऐसे में इन उपायों से काफी हद तक आराम मिल सकता है।
बेहोश व्यक्ति को न पिलाएं पानी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, ध्यान रहे बेहोश व्यक्ति कुछ भी निगलने में असमर्थ होता है, ऐसे में उसे जबरदस्ती कुछ भी खिलाने-पिलाने से बचना चाहिए। बेहोशी की स्थिति में भोजन या तरल पदार्थ पेट के बजाय फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं, जिससे श्वसन संबंधी परेशानी बढ़ने का खतरा रहता है।
बेहोश व्यक्ति के हृदय गति और ब्लड प्रेशर की जांच करें, अगर ये बहुत बढ़ा हुआ या कम लग रहा है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
वायुमार्ग-सांस न होने पाए बाधित
बेहोश व्यक्ति के वायुमार्ग में कोई समस्या न आए और वो सही तरीके से सांस लेता रहे इसके लिए ठुड्डी को ऊपर उठाकर और सिर को एक तरफ थोड़ा झुका दें। सुनिश्चित करें कि बेहोश व्यक्ति अच्छी तरह से सांस ले रहा हो। यदि उसे सांस लेने में कोई दिक्कत है तो आवश्यकतानुसार सीपीआर दी जा सकती है। सामान्य उपचारों की मदद से भी यदि लक्षणों में कोई आराम नहीं मिल रहा है और व्यक्ति होश में नहीं आ रहा है तो बिना देर किए उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
गर्मियों में चक्कर आने-बेहोशी से कैसे बचें
डॉक्टर द्वारा दिए गए कुछ सुझावों का पालन करके गर्मियों में चक्कर आने-बेहोशी से बचा जा सकता है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना सुनिश्चित करें। पानी से भरपूर फलों-सब्जियों का भी सेवन जरूर करें।
अत्यधिक चाय या कॉफी पीने से बचें। इनसे निर्जलीकरण का खतरा हो सकता है।
ओआरएस लेते रहें। शरीर के तरल पदार्थों को जल्दी से पूरा करने में इससे मदद मिल सकती है।
गर्मियों में नारियल पानी और नींबू पानी जैसे पेय का सेवन जरूर करते रहें।
जितना संभव हो सके सूरज के संपर्क में आने से बचें, खासकर दोपहर के दौरान।
सूती, ढीले-ढाले और हल्के कपड़े पहनें।