नई दिल्ली : संदेशखाली के मुद्दे पर बैकफुट पर गई हुई ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को भी पलटवार का मौका मिल गया है। टीएमसी ने पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद तंज कसा है और इसे बंगाल के लोगों की ताकत बताया है।
भोजपुरी गायक पवन सिंह के बंगाल की आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने से इनकार के बाद इस पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। वहीं विपक्षी पार्टियों को भी भाजपा पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। संदेशखाली के मुद्दे पर बैकफुट पर गई हुई ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को भी पलटवार का मौका मिल गया है। टीएमसी ने पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद तंज कसा है और इसे बंगाल के लोगों की ताकत बताया है।
पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ने के फैसले की जानकारी दी। पवन सिंह के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने लिखा कि ‘यही पश्चिम बंगाल के लोगों की कभी न हार मानने वाली भावना और लोगों की ताकत है।’ टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने अभिषेक बनर्जी की पोस्ट पर प्रतिक्रिया में लिखा कि ‘ये होता है खेल शुरू होने से पहले ही खेला हो गया।’
पवन सिंह को लेकर हुआ विवाद
शनिवार को भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों वाली अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में बंगाल की आसनसोल सीट से भोजपुरी अभिनेता और गायक पवन सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था। पवन सिंह ने आसनसोल से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद भी दिया। हालांकि पवन सिंह को लेकर विवाद हो गया। दरअसल विपक्षी नेताओं ने पवन सिंह के अपने गानों में बंगाल की महिलाओं के चित्रण को लेकर आपत्ति जताई और पवन सिंह को बंगाल से चुनाव लड़ाने के भाजपा के फैसले की आलोचना शुरू कर दी। अब जब पवन सिंह ने अपनी उम्मीदवारी छोड़ने का एलान किया है तो इस फैसले को विवाद से जोड़कर ही देखा जा रहा है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने दी यह प्रतिक्रिया
वहीं, तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी पवन सिंह के चुनाव न लड़ने के एलान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, चुनाव लड़ने या न लड़ने का फैसला उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है। मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा।